First Solar Eclipse 2023: सूर्य ग्रहण आज, गर्भवती महिलाएं ग्रहण काल पूरा होने तक बरतें ये सावधानियां
Surya Grahan Sutak Kaal: सूतक काल शुरू होने के साथ ही ग्रहण के कुछ नियम भी लागू हो जाते हैं और इन नियमों का पालन ग्रहण पूरा होने तक करना होता है. प्रेगनेंट महिलाओं को तो विशेष रूप से ग्रहण काल पूरा होने तक कुछ नियमों का पालन करना चाहिए.
Surya Grahan 2023 Sutak Rules for Pregnant Women: साल का पहला सूर्यग्रहण आज 20 अप्रैल को वैशाख अमावस्या के दिन (Vaishakh Amavasya 2023) लगने जा रहा है. ये ग्रहण सुबह 7 बजकर 04 मिनट से शुरू होगा और दोपहर 12 बजकर 29 मिनट (Solar Eclipse 2023 Time) तक रहेगा. हर बार ग्रहण से 12 घंटे पहले ही सूतक लग जाता है. सूतक काल (Surya Grahan Sutak Kaal) शुरू होने के साथ ही ग्रहण के कुछ नियम भी लागू हो जाते हैं और इन नियमों का पालन ग्रहण पूरा होने तक करना होता है. प्रेगनेंट महिलाओं को तो विशेष रूप से ग्रहण काल पूरा होने तक कुछ नियमों का पालन करना चाहिए, वरना उनके बच्चे को नुकसान पहुंच सकता है. यहां जानिए ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र से इस बारे में.
ये 4 काम नहीं करने चाहिए
1. सूतक काल के शुरू होने के बाद गर्भवती महिला को अपने घर में रहना चाहिए क्योंकि सूतक काल शुरू होने के साथ ही नकारात्मकता वातावरण में फैल जाती है. इस वातावरण से बच्चे को दूर रखना चाहिए. इसका दुष्प्रभाव बच्चे पर पड़ सकता है.
2. गर्भवती महिलाएं सूर्य ग्रहण को नहीं देखना चाहिए. इससे बच्चे पर दुष्प्रभाव पड़ता है और उसके शरीर में विकृति आने का डर बना रहता है.
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3. ग्रहण काल के समय में नुकीली वस्तुओं जैसे सुई, कैंची, चाकू आदि का उपयोग नहीं करना चाहिए. इससे शरीर के किसी अंग में कट का निशान आ सकता है.
4. सूतक के समय से लेकर सूर्य ग्रहण के पूरा होने तक किसी भी देवी-देवता की प्रतिमा को स्पर्श न करें और न ही मंदिर जाएं.
क्या करना चाहिए
- सूतक काल शुरू होने से पहले महिलाओं को अपने पेट पर गेरूं लगा देना चाहिए. इससे सूतक काल और ग्रहण काल में वातावरण में मौजूद नकारात्मकता से बच्चे का बचाव होता है.
- सूतक काल से लेकर ग्रहण काल तक भोजन खाने की मनाही है, लेकिन गर्भवती महिलाओं के मामले में ये नियम लागू नहीं होता. गर्भवती महिलाएं सूतक काल शुरू होने से पहले ही खाने की चीजों में तुलसी का पत्ता डाल दें. इसके बाद भूख लगने पर वो इस भोजन को खा सकती हैं.
- सूतक काल शुरू होने के साथ ही गर्भवती महिलाएं अपने पास नारियल रखें. इससे ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव खत्म होता है. ग्रहण काल समाप्त होने के बाद इस नारियल को परिवार के किसी सदस्य के हाथों जल में प्रवाहित करवा दें.
- ग्रहण काल के दौरान महिलाओं केा ज्यादा से ज्यादा मानसिक जाप करना चाहिए. ग्रहण काल में मानसिक जाप का कई गुणा ज्यादा फल मिलता है.
नोट- ये सभी नियम वहां लागू होते हैं, जहां ग्रहण दिखाई देता है. इस साल का सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इस कारण से भारत में सूतक के नियम भी लागू नहीं होंगे.
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